* विटामिन – बी के कुछ स्रोत :- दूध और दही से बने उत्पाद ( दही, पनीर, मक्खन) ।
*मांस और मछली- ( चिकन, बीफ , पोर्क मछली)
*अंडा – ( अंडा का सफेद भाग, और पीला भाग) ।
*अनाज – ( गेहूं, चावल , जइ, मक्का) ।
*हरी पत्तेदार सब्जियां -( पालक, ब्रोकली) ।
*फल – ( केला , अंगुर, संतरा) ।
*दाल और बीन – ( चना , राजमा , मंसूर ) ।
*नट्स और बीज – ( बादाम , मूंगफली, तिल ) ।
*विटामिन – बी कि कमी से होनेवाला रोग : –
*विटामिन – बी 1( थायमीन) :- बेरी – बेरी
*विटामिन – बी 2( राइबोफ्लेविन) :- स्किन फट जाना, होंठों के कोने में घाव ।
*विटामिन – बी 3( नियासिन) :- त्वचा की समस्या , दस्त, मानसिक विकार ।
*विटामिन – बी 5( पैटोथोनिक एसिड) :- सिरदर्द, थकान , अनिद्रा।
*विटामिन – बी 6 :- ( पाइरीडाक़सीन ) :- एनिमिया ,त्वचा पर चकत्ते, थकान , अनिद्रा।
*विटामिन – बी 7 :- ( बायोटिन ) – बालो का झरना, नाखून का कमजोर हो जाना , त्वचा की समस्या।
*विटामिन – बी 9 ( फोलिक एसिड) :- गर्भवती महिला में न्युरल टयुब डिफेक्ट्स।
*विटामिन-बी 12 (कोबालामिन) :- न्यूरोलॉजी कल समस्या, थकान ।
*थकान और कमजोरी :- विटामिन – बी की कमी से शरीर में उर्जा की कमी हो जाती हैं, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है।
*त्वचा की समस्या – सूखी त्वचा, चकत्ते, होंठों के किनारे पर घाव , त्वचा का पीला हो जाना।
*बालों की समस्या- बालों का झरना, कमजोर और बेजान बाल ।
*पाचन संबंधी समस्या – पेट में दर्द, दस्त , भूख कम लगना।
*मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन – मानसिक तनाव , चिड़चिड़ापन, चिंता।
*हाथ और पैरों में झूनझूनी – नसों परअसर पड़ने से हाथ और पैरों में सुनापन हो जाता है।
*एनिमिया – आर -बी -सी की कमी से होने वाली एनिमिया, जिससे त्वचा पीला हो जाती है। कमजोरी और सांस फुलना ।
*घाव ठीक होने में देरी – घाव और कटा हुआ ठिक होने में समय लगता है।
*दृष्टि समस्या – आंख में धुंधलापन, दर्द और सुजन ।
*मांसपेशियों में दर्द और ऐठन- मांसपेशियों में दर्द ऐठन दर्द और कमजोरी होना।